Teri Meri Doriyaann 22 April 2024: कौन है अंगद की सीक्रेट दोस्त, खुल गया राज

Teri Meri Doriyaann 22 April 2024 Episode Written Update: शो के शुरुआत में जसलीन अकीर को देख कर स्माइल की थी जिसे देखकर उसे लगता है कि कहीं वो ही तो नहीं है इसकी सीक्रेट दोस्त? फिर ये शक अंगद पर जाता है, मगर वो परेशान नज़र आती है। तभी दिलजीत उससे कहता है की ये ख्याली दोस्त नहीं है, क्योंकि उसे महसूस हो रहा है कि अकीर किसी परेशानी में ज़रूर है और वो बाबा जी से प्रार्थना करती है कि कहीं वो सीक्रेट दोस्त अंगद न हो और गुरुद्वारे में वो अकीर को लंगर खिलाने दिलजीत के साथ भेजती है।

अमनप्रीत की मां गुरुद्वारे आकर बहुत परेशान नज़र आ रही होती है और उसे लगातार बच्चे के रोने की आवाज़ आती है और अपने अतीत को याद करती है, जिसमें वो अपने बेटे को इसी गुरुद्वारे में छोड़ कर गई थी। जैसे ही वो बेहोश होने लगती है कि पीछे से दिलजीत आकर उन्हें पकड़ लेता है और उन्हें साइड में बिठाकर पानी भी पिलाता है। साहिबा दीवार को पेंट करती है और डॉक्टर साहिबा की ख़ूब तारीफ़ भी करता है। और उन्हें एक प्रोजेक्ट का ऑर्डर देता है जो पाणेशर के हॉस्पिटल के चाइल्ड वार्ड का होता है।

साहिबा ने अंगद को बताया घमंडी

अमु उसे दीवार दिखाने बोलती है जहां कार ठूकी थी जब अंगद उसे वहां ले जाता है तो साहिबा पेंटिंग करती रहती है। तभी अमु जिद्द करती है उससे पेंटर से मिलने की और वो चली जाती है, वहां जाकर अंगद पेंटिंग की बुराई करता है। साहिबा भी उसे मुंह तोड़ जवाब देती है और उसे घमंडी बताती है। अमु दोनों के बीच हुए बातों के बारे में सोचने लगती है और अंगद से इसकी वज़ह पूछती है मगर वो उस टॉपिक को चेंज करता है मगर जिद्द करने पर वो अमु को बताता है की वो ही साहिबा थी। मनवीर दोनों को साथ देखकर खुश हो जाती है और वो लोग लंगर में सेवा करने चले जाते है।

Teri Meri Doriyaann शो में वहां मनवीर और अमु की मां दोनों से शादी के बारे में बात करते है और अमु को सोचने के लिए कहती है। वहीं अंगद वहां साहिबा को देखकर ये डिसाइड करता है की वो भी आगे बढ़ सकता है और शादी के लिए हां कर देता है और अमु से बात करने को कहता है।

शौक में गई साहिबा

दोनों एक दूसरे से बात करते है और लाइफ में मूव ऑन बढ़ने की बात करते है। पूरा परिवार खुशी मनाते हैं। गिल अंगद से अल्टीमेटम देता है साथ ही आश्वासन भी देता है कि वो अमु को दिक्कत नहीं होने देगा। अंगद कहता है कि उनका रोका यही पाणेशर के गुरुद्वारे में ही होना चाहिए और सभी तैयार हो जाते है की तभी साहिबा ये सब सुन लेती है और शॉक में चली जाती है।